बौद्धिक संघ, भारत
पत्रकारों, साहित्यकारों, कलाकारों, बुद्धि जीवियों द्वारा बौद्धिक क्रांति के लिये संगठन
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Wednesday, October 24, 2018
Saturday, September 1, 2018
बौद्धिक संघ, भारत : gaanw chhodo shahar chalo
बौद्धिक संघ, भारत : gaanw chhodo shahar chalo: गांव छोड़ो ,शहर चलो देश में ७०% जनसँख्या गांवों में रहती है जबकि खेती की क्षमता मात्र ३०% की ही है / अमेरिका में १०% यूरो...
gaanw chhodo shahar chalo
गांव छोड़ो ,शहर चलो
देश में ७०% जनसँख्या गांवों में रहती है जबकि खेती की क्षमता मात्र ३०% की ही है /
अमेरिका में १०% यूरोप में १५ % चीन में 40 % और भारत में ७०% ग्रामीण आबादी बताती है हमारा पिछड़ापन /
विकसित राष्ट्र की श्रेणी में आने के लिए हमें यह अनुपात सुधारना होगा /
राजकुमार सचान होरी
राष्ट्रीय अध्यक्ष
बौद्धिक संघ
www.bauddhiksangh.com
youtube/गाँव छोड़ो शहर चलो
Thursday, August 16, 2018
Thursday, June 28, 2018
Monday, June 18, 2018
हिन्दू का मतलब भारतीय, इंडियन
जब हिन्दू कोई धर्म नहीं यह अब सब मानते हैं जिसे माननीय उच्चतम न्यायालय ने भी स्पष्ट कर दिया है तब हिन्दू को धर्म के कालम में लिखना गलत है । धर्म आपका बौद्ध, सिख, ईसाई, सनातन धर्म ,ब्राह्मण धर्म आदि कोई भी हो सकता है ।
कुछ लोगों का कहना हिन्दू एक हो जाओ या हिन्दू खतरे में है यह सब बकवास है और दिग्भ्रमित करने वाले हैं । जब हिन्दू भारतीय का पर्याय है तब भारतीय तो रहेंगे ही । धर्म कौन रहे यह बात दीगर है ।
आइये हम पुन: चिन्तन करें और देश से भय और भ्रम का वातावरण दूर करें
Saturday, June 9, 2018
किसानों की गरीबी का एक हल - शहरीकरण
किसी भी देश के विकास का एक पैमाना शहरीकरण भी है । जो देश अपना जितना ही शहरीकरण कर चुका होगा वह उतना ही विकसित राष्ट्र की श्रेणी में पहुंच जाता है । उदाहरण के लिये अमेरिका और यूरोप के राष्ट्र अपना 80% तक शहरीकरण कर चुके हैं, यानी वहां ग्रामीण जनसंख्या मात्र 20% या इससे कम है । इसलिए ये सर्वाधिक विकसित देशों की श्रेणी में आते हैं ।इसी श्रेणी में कतिपय अन्य देश भी हैं जिनका शहरी करण 80% से अधिक हो चुका है और वे विकसित राष्ट्रों की श्रेणी में आते हैं ।
इसी प्रकार शहरीकरण का पैमाना देखते जाइये और अमुक देश विकसित है, विकासशील है या अविकसित आप जान जायेंगे । उदाहरण के लिये चीन । यहां 50% शहरी करण हुआ है तभी अमेरिका से कम विकसित है । इसका 50% ग्रामीण क्षेत्र इसे पीछे की ओर खींचता है । अब अपने देश के शहरीकरण के आंकड़े देखते हैं । यहां 30% जनसंख्या शहरी हो पाई है यानी शहरीकरण मात्र 30% ,अर्थात् 70% ग्रामीण जनसंख्या अपने देश में है । इसलिए शहरीकरण 30% होने से अपने देश के विकास की स्थित क्या है? विकासशील देश कहेंगे तभी ।
अब ग्रामीण जनसंख्या जो यहां 70% है को 30% तक लाने का हमारा लक्ष्य होना चाहिए । यानी कि लगभग 40% जनसंख्या को हमे ग्रामीण से शहरी बनाना है । हम कह सकते हैं कि 70% शहरीकरण के लक्ष्य को पाने के लिये हमे 40% ग्रामीण आबादी को शहरों, कस्बों मे लाना होगा और यहां रोजगार, तथा सुविधाएं सृजित करनी होंगी । इससे भारत के गांवों को विशेषकर किसानों और खेतिहर मजदूरों को बहुत लाभ होगा ।
खेती मे निर्भरता कम होगी और वहीं खेती अधिक लाभकारी हो जायेगी । किसानों की आज की भयानक स्थिति तो एकदम हल हो जायेगी । ग्रामीण भारत खुशहाल होगा, साथ ही सम्पूर्ण देश का विकास होने पर वह विकसित राष्ट्र की श्रेणी में आ जायेगा । तब के भारत में एक भी किसान आत्महत्या नहीं करेगा । न आंदोलन की बात आयेगी ।
देश की सरकारों को चाहिए कि प्राथमिकता से देश का शहरीकरण तेजी से करें और राष्ट्र को विकसित राष्ट्र की श्रेणी में पहुंचा दें । किसान और समग्र ग्रामीण भारत खुशहाल होगा तथा देश विकसित राष्ट्रों की श्रेणी में आ जायेगा ।
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राजकुमार सचान होरी
राष्ट्रीय अध्यक्ष बौद्धिक संघ, भारत
Facebook /Farmer -किसान
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